दिव्यांश यादव, गोरखपुर । दीवारों पर खून के छीटों और हर रोज चीखती चिल्लाती विधवाओं से कभी गोरखपुर भी लाल हुआ करता था,ये वक्त छात्र राजनीति के उस दौर का था, जब वर्चस्व की लड़ाई इतनी जातिगत हो गई की ठाकुर और ब्राम्हण समाज के दो पैरोकार वीरेंद्र शाही और […]
दिव्यांश का लेख
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बजट की अनबुझी पहेलियां जैसा की आप सभी परिचित हैं कि बजट 2020 पेश हो ही गया है,लेकिन आज हम आपको बजट में क्या मिला,क्या नहीं मिला इसके बारे में नहीं बताने जा रहे है दरअसल हम आपको कुछ ऐसे बजट से जुड़े हुए तथ्य बताने जा रहे हैं जिन्हें […]